प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट में लिखा-कोरोना की वजह से चुनाव और उसकी तैयारियों में कोई बाधा ना आए इसलिए नीतीश कुमार ने तय कर लिया है कि बिहार में कोरोना की जांच की रफ़्तार को नहीं बढ़ाएंगे.
बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही सियासी आरोपों-प्रत्यारोपों को दौर तेज होता जा रहा है. राज्य में कोरोना वायरस के कम टेस्ट को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. नीतीश के पूर्व सहयोगी रहे प्रशांत अब उनके विरोधी बन चुके हैं. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा-कोरोना की वजह से चुनाव और उसकी तैयारियों में कोई बाधा ना आए इसलिए नीतीश कुमार ने तय कर लिया है कि बिहार में कोरोना की जांच की रफ़्तार को नहीं बढ़ाएंगे.
#बिहार में देश में सबसे कम टेस्टिंग हो रही है. कोरोना से संक्रमित लोगों के पता न चलने या उसमें देरी के भयावह परिणाम हो सकते है.गौरतलब है कि प्रशांत किशोर को इस वर्ष जनवरी में ही जेडी-यू ने निलंबित किया गया है.
25 जून के शाम 4 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटों में बिहार में कोरोना के 201 नए मामले सामने आए हैं. बीते 24 घंटों में 374 मरीज ठीक हुए हैं, इस तरह राज्य में अब तक 6480 मरीज कोरोना से रिकवर कर चुके हैं. बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 56 लोगों की मौत हुई है. राज्य में कोरोना के केसों की संख्या 8381 है जबकि एक्टिव केसों की संख्या 1844 है. 24 जून को राज्य में 6634 कोरोना टेस्ट हुए थे. राज्य में अब तक कुल एक लाख 81 हजार 737 कोरोना टेस्ट हुए हैं, यह संख्या दिल्ली, महाराष्ट्र और यूपी जैसे राज्यों की तुलना में काफी कम है.